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परिचय
हर्निया एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन यदि इसे समय पर उपचारित न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है। हर्निया फटना (स्ट्रैंगुलेशन) एक खतरनाक स्थिति है, जिसमें तुरंत चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। यह लेख हर्निया फटने के लक्षण, इसके जोखिम, और सबसे प्रभावी उपचार के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।
डॉ. दिगंत पाठक, जबलपुर के जाने-माने सर्जन, जिन्होंने 20 वर्षों में 12,000+ मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया है, इस क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञ हैं। उनके मार्गदर्शन में, आधुनिक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से मरीजों को तेजी से स्वस्थ होने का मौका मिलता है।
हर्निया क्या है और यह कैसे फटता है?
हर्निया तब होता है जब पेट की मांसपेशियों में कमजोरी के कारण आंत या ऊतक बाहर की ओर उभर आते हैं। जब हर्निया का इलाज समय पर नहीं किया जाता, तो यह फट सकता है, जिससे प्रभावित हिस्से में रक्त प्रवाह रुक जाता है। इसे स्ट्रैंगुलेटेड हर्निया कहते हैं, जो जीवन के लिए खतरा बन सकता है।
हर्निया के प्रकारों में प्रमुख हैं:
- इंग्वाइनल हर्निया: पुरुषों में आम।
- उम्बिलिकल हर्निया: नाभि के आसपास।
- हायटस हर्निया: पेट के ऊपरी हिस्से में।
- फेमोरल हर्निया: महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है।
हर्निया फटने के लक्षण
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हर्निया फटने के कुछ स्पष्ट लक्षण होते हैं, जिनका तुरंत ध्यान देना जरूरी है:
- अचानक और तीव्र पेट दर्द।
- हर्निया वाले हिस्से में सख्त सूजन।
- उल्टी और मतली।
- आंतों की रुकावट के कारण मल न आना।
- त्वचा पर लालिमा या काले रंग का परिवर्तन।
इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
हर्निया फटने के जोखिम और कारण
हर्निया फटने के जोखिम को बढ़ाने वाले कारण:
- समय पर इलाज न कराना।
- भारी वजन उठाना।
- पुरानी खांसी या कब्ज।
- मोटापा।
- हर्निया का पहले से बड़ा होना।
डॉ. दिगंत पाठक सलाह देते हैं कि इन जोखिम कारकों को नजरअंदाज करने के बजाय, हर्निया का समय पर उपचार कराया जाए।
हर्निया का निदान और जटिलताएं
हर्निया का निदान आमतौर पर शारीरिक परीक्षण और अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन जैसे इमेजिंग टेस्ट से किया जाता है।
अगर हर्निया फट जाए, तो यह कई जटिलताएं पैदा कर सकता है, जैसे:
- आंतों की मृत कोशिकाएं (नेक्रोसिस)।
- आंतों की रुकावट।
- पेट में संक्रमण।
हर्निया का स्थायी इलाज: सर्जरी क्यों जरूरी है?
हर्निया का एकमात्र स्थायी इलाज सर्जरी है। दवाइयां या बेल्ट केवल अस्थायी राहत दे सकते हैं।
लैप्रोस्कोपिक सर्जरी
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डॉ. दिगंत पाठक, जबलपुर के प्रमुख सर्जन, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में विशेषज्ञ हैं। यह तकनीक छोटे चीरे के जरिए की जाती है, जिससे:
- मरीज जल्दी ठीक हो जाता है।
- दर्द कम होता है।
- 24-48 घंटे में अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
डिस्क्लेमर
यदि कोई जटिलता न हो और सर्जरी समय पर की जाए, तो लैप्रोस्कोपिक सर्जरी बहुत प्रभावी और तेजी से ठीक होने वाली प्रक्रिया है। हालांकि, गंभीर मामलों में थोड़ा अधिक समय लग सकता है।
डॉ. दिगंत पाठक से संपर्क क्यों करें?
डॉ. दिगंत पाठक के पास 20+ वर्षों का अनुभव है और वे यूरोपियन हर्निया सोसाइटी और एशिया पैसिफिक हर्निया सोसाइटी जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सदस्य हैं। उनकी देखरेख में, मरीजों को अत्याधुनिक इलाज और विशेषज्ञता का लाभ मिलता है।
उनसे संपर्क करने के लिए:
📞 9880178980
📧 digantpathak@yahoo.com
निष्कर्ष
हर्निया फटने के लक्षण गंभीर होते हैं और समय पर इलाज न मिलने पर जटिलताओं का कारण बन सकते हैं। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से, हर्निया का इलाज तेजी और कुशलता से किया जा सकता है।
यदि आप या आपके परिवार में कोई हर्निया की समस्या से जूझ रहा है, तो समय बर्बाद न करें। तुरंत डॉ. दिगंत पाठक से संपर्क करें और अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाएं।