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क्या पुराने ऑपरेशन का निशान हर्निया का कारण बन सकता है? जबलपुर में सलाह

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परिचय

हर्निया एक आम समस्या है, जो पेट के अंगों का मांसपेशियों के बीच से बाहर निकलने पर होती है। पुराने ऑपरेशन के निशान से भी हर्निया हो सकता है। इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि ऑपरेशन के निशान हर्निया का कारण कैसे बन सकते हैं और इसका इलाज क्या है।

हर्निया क्या होता है?

हर्निया तब होता है जब शरीर के किसी हिस्से का अंग मांसपेशियों या ऊतकों के बीच से बाहर आ जाता है। इसके कई प्रकार होते हैं जैसे इंग्वाइनल हर्निया, उम्बिलिकल हर्निया, और हायटस हर्निया।

पुराने ऑपरेशन के निशान और हर्निया

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अगर आपने पहले कभी सर्जरी करवाई है, तो ऑपरेशन के निशान से हर्निया होने का जोखिम बढ़ सकता है। सर्जरी के दौरान पेट या शरीर के अन्य हिस्सों में किए गए चीरे के कारण मांसपेशियों और ऊतकों में कमजोरी आ सकती है। यह कमजोरी शरीर के उस हिस्से में दबाव पड़ने पर हर्निया का कारण बन सकती है।

कैसे बनता है हर्निया?

जब शरीर में कहीं भी ऑपरेशन किया जाता है, तो उस स्थान पर मांसपेशियां और ऊतक एक बार कटने के बाद सही से जुड़ नहीं पाते, और वह स्थान कमजोर हो जाता है। यह कमजोरी उस स्थान पर हर्निया होने का कारण बन सकती है। ऑपरेशन के बाद, अगर उस स्थान पर दबाव डाला जाए, जैसे कि भारी चीज़ें उठाना, तेज़ खांसी आना, या पेट में कोई अन्य तनाव उत्पन्न होना, तो मांसपेशियों की दीवार टूट सकती है और अंग बाहर निकल सकते हैं।

हर्निया के लक्षण

हर्निया के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • पेट या शरीर के किसी हिस्से में सूजन।
  • खांसी या भारी सामान उठाने पर दर्द।
  • असहजता या भारीपन महसूस होना।

हर्निया का निदान और जटिलताएं

हर्निया का निदान शारीरिक परीक्षण और इमेजिंग तकनीकों जैसे अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन या एमआरआई द्वारा किया जाता है। यदि हर्निया का सही समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि आंतों का अवरोध या रक्त प्रवाह रुकना (स्ट्रैंगुलेटेड हर्निया), जो जीवन के लिए खतरे का कारण बन सकता है।

हर्निया का इलाज

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हर्निया का स्थायी समाधान सर्जरी है। इसका इलाज मुख्य रूप से दो प्रकार से किया जाता है:

  1. ओपन सर्जरी: इसमें बड़े चीरे से हर्निया को ठीक किया जाता है।
  2. लैप्रोस्कोपिक सर्जरी: यह एक न्यूनतम आक्रामक तकनीक है, जिसमें कम दर्द और जल्दी रिकवरी होती है। सामान्यत: मरीज को 24-48 घंटों में डिस्चार्ज किया जा सकता है, लेकिन जटिल मामलों में ज्यादा समय लग सकता है।

विशेषज्ञ की सलाह

डॉ. दिगंत पाठक, जो 20 वर्षों के अनुभव और 12,000 से अधिक हर्निया सर्जरी कर चुके हैं, कहते हैं, “पुराने ऑपरेशन के निशान से हर्निया की समस्या उत्पन्न हो सकती है, लेकिन सर्जरी इसका एकमात्र स्थायी समाधान है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से मरीज जल्दी ठीक होते हैं।”

निष्कर्ष

पुराने ऑपरेशन के निशान से हर्निया हो सकता है, लेकिन यह इलाज योग्य है। सर्जरी ही इसका स्थायी समाधान है। यदि आपको हर्निया की समस्या हो, तो तुरंत एक विशेषज्ञ से संपर्क करें।

संपर्क और अपॉइंटमेंट

आप जबलपुर के केयर मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉ. दिगंत पाठक से अपनी अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।

कॉल करें: 9880178980 या ईमेल करें: digantpathak@yahoo.com

About Dr. Digant Pathak

Dr. Digant Pathak

डॉ. दिगंत पाठक, जबलपुर अस्पताल, रसल चौक के लैप्रोस्कोपिक और गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के प्रमुख हैं। डॉ दिगंत पाठक को 20 वर्षो से अधिक का सर्जिकल अनुभव है एवं वे 10,000 से अधिक सर्जरी सफलपूर्वक कर चुके है जिस में जबलपुर शहर के प्रतिष्ठित और गणमान्य नागरिक शामिल हैं। वे शहर के एकमात्र सर्जन हैं जो उच्च स्तरीय लैप्रोस्कोपिक और पारंपरिक ओपन सर्जरी दोनों को सफलतापूर्वक करते हैं।

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