परिचय
पित्ताशय की पथरी, जिसे गॉल ब्लैडर स्टोन भी कहा जाता है, पेट के पित्ताशय (गॉल ब्लैडर) में बनी कठोर पथरी होती है। यह समस्या आमतौर पर पित्त में असंतुलन या कोलेस्ट्रॉल की अधिकता के कारण होती है। यदि सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। आज हम यह जानेंगे कि पित्ताशय की पथरी का इलाज क्या है और क्या सर्जरी इसका एकमात्र समाधान है।
पित्ताशय की पथरी क्या होती है?
गॉल ब्लैडर स्टोन तब बनते हैं जब पित्ताशय में कोलेस्ट्रॉल या पित्त के अन्य तत्व जमा होकर ठोस पथरी बना लेते हैं। ये पथरी आकार में छोटी या बड़ी हो सकती हैं और इनमें से कुछ पथरी बहुत छोटी होती हैं, जबकि कुछ पथरी बड़ी और कड़ी हो सकती हैं। पित्ताशय की पथरी को निकालने के लिए सर्जरी ही सबसे प्रभावी तरीका है।
पित्ताशय की पथरी के लक्षण
पित्ताशय की पथरी के लक्षण कई प्रकार के हो सकते हैं, लेकिन अक्सर यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती है। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में दर्द या बेचैनी
- खाने के बाद गैस, अपच या सूजन महसूस होना
- उल्टी या मतली का अनुभव होना
- पीलिया (त्वचा या आंखों का पीला होना)
- खाने के दौरान या खांसने पर दर्द का महसूस होना
ये लक्षण व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों में रुकावट डाल सकते हैं और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आपको इन लक्षणों का सामना हो रहा है, तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
पित्ताशय की पथरी के कारण और जोखिम कारक
पित्ताशय की पथरी के बनने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें शामिल हैं:
- कोलेस्ट्रॉल का अधिक होना: यह सबसे आम कारण है।
- मोटापा: अधिक वजन होने से पित्ताशय में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
- गर्भावस्था: महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान पित्ताशय की पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।
- आयु: उम्र के साथ पित्ताशय में पथरी बनने की संभावना भी बढ़ती है।
- उच्च वसा वाला आहार: अगर आप उच्च वसा वाले भोजन का सेवन करते हैं, तो यह पित्ताशय में पथरी बनने के जोखिम को बढ़ाता है।
पित्ताशय की पथरी का निदान और जटिलताएं
पित्ताशय की पथरी का निदान शारीरिक परीक्षण, अल्ट्रासाउंड, और कभी-कभी सीटी स्कैन या एमआरआई द्वारा किया जाता है। यदि पथरी का इलाज समय पर नहीं किया जाता है, तो यह गंभीर जटिलताएं उत्पन्न कर सकता है, जैसे:
- पित्ताशय में सूजन (Cholecystitis)
- पित्ताशय में संक्रमण
- पित्ताशय का फट जाना, जो जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है
इसलिए, पित्ताशय की पथरी का समय पर इलाज करना अत्यंत आवश्यक है।
पित्ताशय की पथरी का इलाज
गॉल ब्लैडर स्टोन का स्थायी इलाज सर्जरी के माध्यम से ही संभव है। पित्ताशय को निकालने के लिए निम्नलिखित सर्जिकल विकल्प होते हैं:
1. लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (मिनिमली इनवेसिव सर्जरी)
लैप्रोस्कोपिक सर्जरी को “कीhole सर्जरी” भी कहा जाता है। इसमें पेट में छोटे-छोटे चीरे लगाए जाते हैं और एक कैमरे की मदद से पित्ताशय की पथरी निकाली जाती है। इस सर्जरी का लाभ यह है कि इसमें कम दर्द होता है, रिकवरी जल्दी होती है और मरीज को 24 से 48 घंटों में अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
2. ओपन सर्जरी
यदि पित्ताशय की पथरी जटिल हो या कोई अन्य समस्या हो, तो ओपन सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इसमें पेट में एक बड़ा चीरा लगाया जाता है और पित्ताशय को निकाला जाता है। इस प्रक्रिया में समय अधिक लगता है और रिकवरी के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है।
विशेषज्ञ की राय
डॉ. दिगंत पाठक, जो 20+ वर्षों के अनुभव के साथ 12,000 से अधिक मरीजों का इलाज कर चुके हैं, कहते हैं, “पित्ताशय की पथरी के इलाज में सर्जरी ही एकमात्र स्थायी समाधान है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी आज के समय में सबसे सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है। यदि पथरी का समय पर इलाज न किया जाए तो यह जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है।”
डॉ. पाठक, जो यूरोपियन हर्निया सोसाइटी और एशिया पैसिफिक हर्निया सोसाइटी के सदस्य हैं, जबलपुर में उच्चतम स्तर की सर्जरी कराते हैं। आप उनसे 9880178980 पर संपर्क कर सकते हैं या ईमेल कर सकते हैं: digantpathak@yahoo.com।
निष्कर्ष
पित्ताशय की पथरी को नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है। सर्जरी एक स्थायी समाधान है और आज के आधुनिक चिकित्सा तकनीक से यह सुरक्षित, जल्दी और प्रभावी हो सकता है। अगर आपको पित्ताशय की पथरी के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बिना समय गंवाए विशेषज्ञ से संपर्क करें और इलाज करवाएं।
संपर्क और अपॉइंटमेंट
यदि आप पित्ताशय की पथरी के लिए सर्जरी कराना चाहते हैं, तो तुरंत डॉ. दिगंत पाठक से संपर्क करें। आप उन्हें 9880178980 पर कॉल कर सकते हैं या ईमेल कर सकते हैं: digantpathak@yahoo.com।