हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के अंदरूनी अंग अपने स्थान से बाहर निकल आते हैं। यह समस्या आमतौर पर पेट के क्षेत्र में होती है। इस ब्लॉग में हम हर्निया के इलाज के विभिन्न विकल्पों के बारे में जानेंगे और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के फायदों पर विशेष ध्यान देंगे।
हर्निया का इलाज
हर्निया का स्थायी इलाज सर्जरी द्वारा ही संभव है। इसमें मुख्यतः दो प्रकार की सर्जरी होती हैं:
- लैप्रोस्कोपिक सर्जरी:
- यह एक आधुनिक और प्रभावी विधि है, जिसमें छोटे छेद के माध्यम से ऑपरेशन किया जाता है।
- इसमें रिकवरी जल्दी होती है और निशान भी छोटे होते हैं।
- दर्द कम होता है और मरीज जल्द ही सामान्य जीवन में वापस आ सकता है।
- ओपन सर्जरी:
- इसमें बड़ा चीरा लगाया जाता है और हर्निया को ठीक किया जाता है।
- इस सर्जरी में रिकवरी समय अधिक होता है और निशान बड़े होते हैं।
लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के फायदे
- छोटे चीरे से सर्जरी
- कम दर्द और तकलीफ
- जल्दी रिकवरी
- छोटे निशान
- अस्पताल में कम समय बिताना
- दोबारा हर्निया होने की सम्भावना कम