परिचय
बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, एक आम लेकिन परेशानीभरा स्वास्थ्य समस्या है। इसमें गुदा और मलाशय की नसें सूज जाती हैं, जिसके कारण दर्द, जलन और खून आना हो सकता है। खून वाली बवासीर (ब्लीडिंग पाइल्स) समय पर इलाज न मिलने पर गंभीर हो सकती है। इस लेख में, हम जबलपुर के विशेषज्ञ डॉ. दिगंत पाठक के माध्यम से खून वाली बवासीर का स्थायी समाधान – लेजर सर्जरी – के बारे में विस्तार से जानेंगे।
बवासीर क्या है?
बवासीर वह स्थिति है, जिसमें गुदा और मलाशय की नसों में सूजन और खिंचाव होता है। खून वाली बवासीर तब होती है, जब ये नसें फट जाती हैं और मल त्याग के दौरान रक्तस्राव होता है।
बवासीर के प्रकार
- आंतरिक बवासीर: गुदा के अंदर होती है और आमतौर पर दर्दरहित होती है।
- बाहरी बवासीर: गुदा के बाहर होती है, जिसमें दर्द और जलन अधिक होती है।
- खून वाली बवासीर: इसमें आंतरिक और बाहरी दोनों बवासीर से खून आ सकता है।
खून वाली बवासीर के लक्षण
- मल त्याग के दौरान खून का आना।
- गुदा में जलन या खुजली।
- गुदा के पास गांठ या सूजन।
- मल त्याग के बाद भी पेट साफ न लगना।
- लगातार दर्द या असुविधा।
डॉ. दिगंत पाठक, जिनके पास 20+ वर्षों का अनुभव है, बताते हैं, “खून वाली बवासीर के लक्षण शुरुआती चरणों में हल्के हो सकते हैं, लेकिन इलाज में देरी से स्थिति खराब हो सकती है।”
बवासीर के कारण और जोखिम कारक
- लंबे समय तक कब्ज या दस्त।
- गर्भावस्था के दौरान बढ़ा हुआ दबाव।
- भारी वजन उठाना।
- अधिक समय तक बैठने या खड़े रहने की आदत।
- मोटापा और फाइबर की कमी वाला आहार।
डॉ. पाठक, जिन्होंने 12,000+ मरीजों का सफल इलाज किया है, कहते हैं कि “जीवनशैली में बदलाव और समय पर इलाज से बवासीर की गंभीरता को रोका जा सकता है।”
खून वाली बवासीर का इलाज
गैर-सर्जिकल विकल्प
- फाइबर युक्त आहार और पानी का अधिक सेवन।
- दवाएं और मलहम।
- गर्म पानी की सिकाई।
हालांकि, ये उपाय केवल लक्षणों को कम करते हैं। स्थायी समाधान के लिए लेजर सर्जरी आवश्यक है।
लेजर सर्जरी: बवासीर का आधुनिक और प्रभावी इलाज
लेजर सर्जरी बवासीर के इलाज का एक अत्याधुनिक और सुरक्षित तरीका है। यह प्रक्रिया न केवल दर्दरहित है, बल्कि मरीज को जल्दी ठीक होने में भी मदद करती है।
लेजर सर्जरी की विशेषताएं
- दर्दरहित प्रक्रिया: पारंपरिक सर्जरी की तुलना में इसमें दर्द बेहद कम होता है।
- खून का कम बहाव: लेजर तकनीक से सूजन वाली नसों को आसानी से सील किया जाता है।
- जल्दी रिकवरी: मरीज आमतौर पर 24-48 घंटों के भीतर अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाते हैं।
- कोई चीरा या टांके नहीं: इस प्रक्रिया में स्किन कटने की जरूरत नहीं होती, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
डॉ. दिगंत पाठक, जो बवासीर के इलाज में जबलपुर के सबसे अनुभवी विशेषज्ञ हैं, बताते हैं, “लेजर सर्जरी एक प्रभावी और सुरक्षित विकल्प है, खासकर उन मरीजों के लिए जो जल्दी ठीक होना चाहते हैं।”
निदान और जटिलताएं
डॉ. पाठक बवासीर का निदान शारीरिक परीक्षण और आधुनिक उपकरणों से करते हैं।
जटिलताएं
- एनीमिया (खून की कमी)।
- गुदा के आसपास संक्रमण।
- गांठों का गिरना या अधिक दर्द होना।
इनसे बचने के लिए समय पर इलाज जरूरी है।
Disclaimer
लेजर सर्जरी एक आधुनिक प्रक्रिया है और जटिलता न होने की स्थिति में मरीज 24-48 घंटों के भीतर डिस्चार्ज हो जाते हैं। हालांकि, अधिक गंभीर मामलों में रिकवरी में समय लग सकता है।
विशेषज्ञ की सलाह
डॉ. दिगंत पाठक की विशेषज्ञता और उनकी आधुनिक लेजर सर्जरी तकनीक ने जबलपुर में हजारों मरीजों को राहत दी है। उनके अनुसार, “बवासीर का इलाज जितना जल्दी हो, उतना बेहतर है। लेजर सर्जरी मरीजों को लंबे समय तक राहत देने के लिए आदर्श समाधान है।”
निष्कर्ष
खून वाली बवासीर का सही समय पर इलाज बेहद जरूरी है। लेजर सर्जरी के माध्यम से यह समस्या स्थायी रूप से हल हो सकती है। जबलपुर के विशेषज्ञ डॉ. दिगंत पाठक, जिनके पास बवासीर के इलाज का 20+ वर्षों का अनुभव है, से संपर्क करें और अपनी समस्या का स्थायी समाधान पाएं।
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