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बच्चों में हर्निया का इलाज: जबलपुर के विशेषज्ञ से मिलें

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परिचय

बच्चों में हर्निया एक आम लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है। सही समय पर इलाज न कराने पर यह समस्या जटिल हो सकती है। हर्निया का इलाज, विशेष रूप से बच्चों में, विशेषज्ञता और अनुभव की मांग करता है। जबलपुर में डॉ. दिगंत पाठक, जो 20 वर्षों के अनुभव और 12,000 से अधिक सफल मामलों के साथ, बच्चों में हर्निया के इलाज के लिए एक प्रमुख नाम हैं।

हर्निया क्या होता है?

हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के आंतरिक अंग या ऊतक कमजोर मांसपेशियों के कारण बाहर की ओर उभर जाते हैं। बच्चों में हर्निया आमतौर पर दो प्रकार के होते हैं:

  1. इंग्वाइनल हर्निया: यह कमर के निचले हिस्से में होता है और लड़कों में अधिक पाया जाता है।
  2. उम्बिलिकल हर्निया: यह नाभि के पास होता है और आमतौर पर जन्मजात होता है।

हर्निया के लक्षण

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बच्चों में हर्निया के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • नाभि या कमर के पास सूजन या उभार
  • रोने या खांसने पर उभार का बढ़ना
  • दर्द या बेचैनी
  • भोजन के बाद पेट फूलना

अगर इन लक्षणों को समय पर पहचाना न जाए, तो हर्निया जटिलताओं का रूप ले सकता है।

हर्निया के कारण और जोखिम

बच्चों में हर्निया अक्सर जन्मजात होता है और गर्भावस्था के दौरान मांसपेशियों के विकास में कमजोरी के कारण होता है। कुछ मामलों में, यह भारी रोने या खांसने से भी उत्पन्न हो सकता है।

हर्निया का निदान और जटिलताएं

हर्निया का निदान शारीरिक परीक्षण और अल्ट्रासाउंड जैसी तकनीकों से किया जाता है। अगर हर्निया का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है:

  • स्ट्रैंगुलेटेड हर्निया: रक्त प्रवाह रुक जाने से ऊतक क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
  • आंत्र रुकावट: आंतों में रुकावट के कारण भोजन पचने में समस्या।

बच्चों में हर्निया का इलाज

Hernia in babies3 - Laparoscopic Surgeon Dr. Digant Pathak

सर्जरी: एकमात्र स्थायी समाधान

हर्निया का इलाज केवल सर्जरी से ही संभव है। डॉ. दिगंत पाठक, जो यूरोपियन हर्निया सोसाइटी और एशिया पैसिफिक हर्निया सोसाइटी के सदस्य हैं, बच्चों के लिए उपयुक्त सर्जिकल समाधान प्रदान करते हैं।

  1. लैप्रोस्कोपिक सर्जरी:
    • छोटे चीरे और कम दर्द वाली तकनीक।
    • तेज़ रिकवरी, जिससे बच्चे को 24-48 घंटे में अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।
    • बच्चों में यह सर्जरी बेहद प्रभावी और सुरक्षित है।
  2. ओपन सर्जरी:
    • जटिल मामलों में उपयोगी।
    • यह पारंपरिक तकनीक है, लेकिन रिकवरी में अधिक समय लग सकता है।

डिस्क्लेमर

हालांकि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी तेज़ और कुशल है, लेकिन कुछ जटिल मामलों में रिकवरी में अधिक समय लग सकता है। इस बारे में विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है।

विशेषज्ञ की राय

डॉ. दिगंत पाठक का मानना है, “बच्चों में हर्निया का इलाज जितना जल्दी हो सके, करवाना चाहिए। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी न केवल सुरक्षित है, बल्कि बच्चों को सामान्य जीवन में जल्दी लौटने में मदद करती है।”

उनका अनुभव और विशेषज्ञता जबलपुर में माता-पिता को भरोसेमंद चिकित्सा देखभाल प्रदान करते हैं।

निष्कर्ष

बच्चों में हर्निया के लक्षणों को नज़रअंदाज करना गंभीर परिणाम दे सकता है। सही समय पर सर्जरी न केवल समस्या का स्थायी समाधान है, बल्कि बच्चों के जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ बनाती है।

संपर्क करें

यदि आपके बच्चे में हर्निया के लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत संपर्क करें:
डॉ. दिगंत पाठक
फ़ोन: 9880178980
ईमेल: digantpathak@yahoo.com
पता: केयर मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल, उखरी चौराहा, जबलपुर

आज ही अपॉइंटमेंट बुक करें और अपने बच्चे को बेहतर स्वास्थ्य का तोहफा दें।

About Dr. Digant Pathak

Dr. Digant Pathak

डॉ. दिगंत पाठक, जबलपुर अस्पताल, रसल चौक के लैप्रोस्कोपिक और गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के प्रमुख हैं। डॉ दिगंत पाठक को 20 वर्षो से अधिक का सर्जिकल अनुभव है एवं वे 10,000 से अधिक सर्जरी सफलपूर्वक कर चुके है जिस में जबलपुर शहर के प्रतिष्ठित और गणमान्य नागरिक शामिल हैं। वे शहर के एकमात्र सर्जन हैं जो उच्च स्तरीय लैप्रोस्कोपिक और पारंपरिक ओपन सर्जरी दोनों को सफलतापूर्वक करते हैं।

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